जानें भारत सरकार ने क्‍यों चीन के बने रेबीज के टीके हटवाए बाजार से

जानें भारत सरकार ने क्‍यों चीन के बने रेबीज के टीके हटवाए बाजार से

सेहतराग टीम

ऐसा लगता है कि चीन के बने सामानों की गुणवत्‍ता के मामले में कोई भी सबक सीखने को तैयार नहीं है। भले ही पूरी दुनिया में चीन के बने सामानों ने बाजार पर कब्‍जा जमा रखा हो मगर हकीकत यही है कि इन सामानों की गुणवत्‍ता हमेशा सवालों के घेरे में रही है। ऐसा ही अब दवाओं के मामले में भी देखने को मिल रहा है। भारत सरकार ने चीन के बने रेबीज के टीकों को तत्‍काल बाजार से वापस लेने का आदेश दिया है। रेबीज के टीके कुत्‍तों के काटने की स्थिति में जान बचाने के लिए इस्‍तेमाल किए जाते हैं मगर चीन के बने ये टीके इतने खराब गुणवत्‍ता के हैं कि इन्‍हें तत्‍काल बाजार से हटाने का फैसला लेना पड़ा है।

केंद्र सरकार ने इस टीके को हटाने के साथ ही पड़ोसी देश के दवा निर्माता से इसके आयात पर भी रोक लगा दी है जिसने कथित रूप से रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ की है। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि भारत का औषधि महानियंत्रक टीके का आयात करने वाली कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर खराब गुणवत्ता की दवा आपूर्ति करने पर सफाई भी मांग सकता है।

उन्होंने बताया कि हमने मामले की जांच पूरी होने तक रेबीज के टीके को बाजार से तत्काल वापस लेने के आदेश दिए हैं। अधिकारी ने बताया कि कानून के मुताबिक अगर विदेशी आपूर्तिकर्ता के साथ किसी प्रकार की दिक्कत थी तो आयातक को हमें सूचित करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के मुताबिक देश में हर साल रेबीज की वजह से 20,000 लोगों की जान जाती है। किसी संक्रमित पशु के दूसरे जानवर या इंसान को पंजा मारने या काटने से रेबीज फैलता है। वैश्विक तौर पर यह बीमारी आम तौर पर कुत्ते के काटने से होती है।

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